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About Author - १९९७ में पहली बार प्रकाशित होने से लेकर अब तक 'दि पॉवर ऑफ नॉउ' ने इस संसार की सामूहिक चेतना पर ऐसा प्रभाव डाला है जो कि मेरी कल्पना व सोच के भी परे था। इस किताब का पन्द्रह भाषाओं में अनुवाद हो चुका है और दुनियाभर के पाठकों से मुझे हर रोज़ पत्र आते हैं जिसमें वे लिखते हैं कि कैसे इस किताब में दिये गये ज्ञान के सम्पर्क में आकर उनके जीवन में अनेक बदलाव हो रहे हैं। हालाँकि अहंकारी मन की मूर्खता के परिणाम सब जगह दिख रहे हैं, फिर भी कुछ नया उभर रहा है। पहली बार इतने सारे लोग उन सामूहिक मानसिक ढाँचों को तोड़ने को तैयार हैं जिसने मानवता को जन्म-जन्मान्तर से कष्ट की बेड़ियों में जकड़ रखा है। चेतना की एक नयी स्थिति प्रकट हो रही है। हमने बहुत सह लिया है। इस क्षण में जब तुम इस किताब को हाथ में लेकर, एक स्वतन्त्र जीवन जीने की सम्भावना के बारे में पढ़ रहे हो, जिसमें खुद को या फिर दूसरों को कष्ट नहीं दोगे, यह चेतना तुम्हारे अन्तर में उभर रही है। तुम मुझे पत्र लिखनेवाले अनेक पाठकों ने यह इच्छा जाहिर की है कि 'दि पॉवर ऑफ नॉउ' में दी गयी सीखावनियों को रोज़मर्रा के जीवन में इस्तेमाल कर सकने के और भी आसान तरीके में प्रस्तुत किया जाए। उनका यह अनुरोध इस किताब की प्रेरणा बना। अभ्यासों व प्रश्नावली के अलावा, इस किताब में मुख्य किताब से लिये गये छोटे-छोटे अंश भी दिये गये हैं। इन्हें देने का मकसद केवल यह है कि ये कुछ विचारों और धारणाओं को तुम्हें फिर से स्मरण करा सकें और दैनिक जीवन में इनका प्रयोग करने में तुम्हें मदद करें। बहुत से उद्धरण विशेष तौर पर गहन चिन्तन के लिए उपयुक्त हैं। जब तुम चिन्तन करते हुए पढ़ते हो तो तुम नया ज्ञान एकत्र करने के लिए नहीं पढ़ रहे होते। बल्कि तुम एक नयी चेतना में प्रवेश करने के लिए पढ़ रहे होते हो। इसीलिए तुम एक ही उद्धरण को कई बार पढ़ते हो और हर बार तुम्हें उसमें कुछ नया नज़र भी आता है। केवल उपस्थिति के बोध में रहकर लिखे या बोले हुए शब्दों में ऐसी बदलाव लाने वाली शक्ति होती है। यह रूपान्तरणकारी शक्ति एक पाठक में भी उपस्थिति के बोध को जाग्रत करती हैं। अच्छा होगा कि इन उद्धरणों को समय लेकर धीरे-धीरे पढ़ा जाए। हो सकता है कि पढ़ते हुए तुम कुछ क्षणों के लिए रुको और शान्त चिन्तन में चले जाओ। अन्य अवसरों पर यह भी हो सकता है कि तुम बस यूं ही किताब खोलकर कुछ पंक्तियाँ पढ़ लो । यह किताब, उन पाठकों के लिए है जिन्हें 'दि पॉवर ऑफ नॉउ' ने थोड़ा भयभीत या व्याकुल कर दिया था, एक परिचय के रूप में साबित होगी।
Book Format: PDF
Book Size: 1.01mb
Number of pages: 70
Language: Hindi
Available for: Virtual book shelf & other plans only.
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