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About book : हिंदुत्व का विचार’, ‘भारत की प्राचीनतमा’, ‘हमारी राष्ट्रीयता’, ‘समाज का आचरण’, ‘स्त्री सशक्तीकरण’, ‘विकास की अवधारणा’, ‘अहिंसा का सिद्धांत’, ‘बाबा साहेब आंबेडकर’ और ‘भारत का भवितव्य’ जैसे विचारों को विस्तार से समझाएगी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक संस्कृतिक संगठन है, जिसमें लाखों समर्पित स्वयंसेवक राष्ट्र-निर्माण में योगदान देते हैं और भारत को परम वैभव से समृद्ध करने के लिए संकल्पित हैं। परम पूज्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने 1925 में संघ की स्थापना की थी। संघ के स्वयंसेवक विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्र-निर्माण के लिए समर्पित हैं, उनके विचारों को समझकर और उनके मूलमंत्र को अपनाकर।
डॉ. मोहनराव भागवत द्वारा दिए गए उनके व्याख्यानों का संग्रह यह पुस्तक है। ‘हिंदुत्व का विचार’, ‘भारत की प्राचीनतमा’, ‘हमारी राष्ट्रीयता’, ‘समाज का आचरण’, ‘स्त्री सशक्तीकरण’, ‘विकास की अवधारणा’, ‘अहिंसा का सिद्धांत’, ‘बाबा साहेब आंबेडकर’ और ‘भारत का भवितव्य’ जैसे विषयों पर उनके व्याख्यान संघ के विचारों को समझने में मदद करेगा। यह पुस्तक पाठक के विचारों को परिष्कृत करेगी और समाज में राष्ट्रभाव को जागृत करेगी, जिससे ‘यशस्वी भारत’ का लक्ष्य सिद्ध होगा
Publisher : Prabhat Prakashan Pvt. Ltd.
Language : Hindi
Paperback : 144 pages
ISBN-10 : 9389982111
ISBN-13 : 978-9389982114
Item Weight : 195 g
Dimensions : 13.97 x 0.86 x 21.59 cm