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About Book : बेंजामिन ग्राहम और वॉरेन बफे निवेश की दुनिया के अत्यंत सम्मानित लोगों में हैं। हालांकि, बहुत से युवाओं ने उनके बारे में सुन रखा है और मीडिया में पढ़ा भी है, लेकिन कुछ ही विस्तार से उनके बारे में जानते हैं। बफे के बारे में मुझे खुद कुछ साल पहले ही पता चला, जब मेरे पिताजी ने उन्हें 'परम गुरु' बताया। कहने की आवश्यकता नहीं कि मेरा कुतूहल जाग उठा। मुझे जल्दी ही उनके बारे में अनेक पुस्तकें पढ़ने को मिल गई। फिर उस 'परम गुरु' के शिक्षक बेंजामिन ग्राहम पर भी कुछ पुस्तकें और लेख मिल गए।
पिछले डेढ़ साल में मैंने इन दोनों के बारे में काफी कुछ पढ़ा है। जिस पुस्तक से मैंने शुरुआत की, वह थी जेम्स ओलौग्लिन की 'दी रीयल वॉरन बफे'। इसके बाद मैंने मैरी बफे और डेविड क्लार्क की 'दि टाओ ऑफ वॉरेन बफे' पढ़ी। मैंने वॉरेन बफे के साझीदार और गहरे दोस्त चार्ली मंगर की 'पुअर चार्लीज आलमनैक' भी पढ़ डाली। पिछले एक दशक में मुझे 'फॉर्चून' पत्रिका में स्वयं बफे और कैरोल लूमिस के लिखे कई उत्तम लेख भी पढ़ने को मिले। मैंने बेंजामिन ग्राहम की पुस्तक 'दि इंटेलिजेंट इनवेस्टर' के कई अंश भी पढ़े।
इसके अलावा, वॉरन बफे ने सन् 2009 और 2010 के बीच शेयरधारकों को जो पत्र लिखे थे, वे भी मैंने पढ़े। ये मुझे बहुत हृदयग्राही लगे। न्यूयॉर्क रिव्यू ऑफ बुक्स' की वेबसाइट पर संयोगवश मुझे सुइ हापर्न का लेख 'मेकिंग इट' पढ़ने का अवसर मिला। इसमें तीन पुस्तकों से लिये गए विचारों का समाकलन है। ये हैं एलिस श्रीडर की 'दी स्नोबॉल', मैल्कम ग्लैडवेल की 'आउटलायर्स' और ज्यॉफ कॉल्विन की 'टेलेंट इज ओवररेटेड'। अभी भी मैं बफे के बारे में और अधिक जानकारी की तलाश में था। तभी मुझे 2009 के आखिरी महीनों में कोलंबिया यूनिवर्सिटी में हुए सी. एन.बी.सी. के एक असाधारण टी.वी. शो का पता चला। इसमें बिजनेस स्कूल के विद्यार्थियों ने वॉरन बफे और बिल गेट्स से अनेक प्रकार के प्रश्न पूछे थे। अंत में में सेथ क्लार्मन की एक लुप्त हो चुकी प्रतिष्ठित पुस्तक 'मार्जिन ऑफ सेफ्टी' ढूँढ़ने में सफल रहा। मेरे खयाल से इनकी पुरानी प्रतियाँ amazon.com पर एक हजार डॉलर से भी अधिक मूल्य पर उपलब्ध हैं।
जिन दिनों में ये पुस्तकें पढ़ रहा था, मैंने अपने पिता गौरव डालमिया से चर्चा की, जो खुद भी बहुत सफल निवेशक हैं। मैंने अपने चाचा चैतन्य डालमिया से भी बात की, जिनका शेयर बाजार में निवेश करने का बहुत अच्छा रिकॉर्ड है। मुझे श्री आशीष धवन से भी काफी कुछ मिला। वे शायद देश के सफलतम निजी शेयर निवेशक हैं। एम.बी.ए. के छात्रों को व्यावहारिक वित्त-प्रबंध पढ़ानेवाले और निवेशक संजय बक्शी से भी मुझे सामग्री मिली। श्री संजय ने तो निवेश में दिलचस्पी रखनेवाले युवाओं के लिए 'लोल्लापालूजा' नाम से एक याहू ग्रुप भी बना रखा है। मैंने मोर्गन स्टेनले में उभरते बाजारों में निवेश के पूर्व प्रमुख माधव घर से भी बात की। उन्होंने हाल ही में 'गेट वे टू इंडिया' नाम से एक निवेश कंपनी भी बनाई है।
जब मैंने बेंजामिन ग्राहम और वॉरेन बफे के बारे में पढ़ना शुरू किया तो मुझ में उम्मीद जगी कि निवेश के बारे में भी सीखूं। पर जब मैं इस राह पर आगे बढ़ा तो मैंने न केवल अर्थशास्त्र, व्यवसाय-चक्र और वित्तीय विश्लेषण के बारे में सीखा, बल्कि मानव आचरण, विचार-भ्रांतियों एवं चरित्र के बारे में भी सीखा। सबसे बड़ी बात तो यह कि जब मैंने उन बहुत सी पुस्तकों और टिप्पणियों पर मनन किया तो मैंने अपने बारे में बहुत कुछ सीखा- मेरा सोचने का तरीका, मेरी प्राथमिकताएँ और मेरा स्वभाव इसीलिए इस पुस्तक का शीर्षक है 'बफे & ग्राहम से सीखें Share Market में Invest करना' इसमें नेताओं एवं राजनेताओं के उद्धरण भी शामिल किए गए हैं। इनमें से अधिकांश हमारे घर पर अध्ययन कक्ष में दीवार पर टंगे हैं। बेंजामिन ग्राहम और वॉरेन बफे को पढ़ने और आत्मसात् करने के बाद अब ये मेरे लिए और भी प्रासंगिक हो गए हैं।
About Author : Aryaman Dalmiya.
Book Format: PDF
Book Size: 732 kb
Number of pages: 36
Book availability: Virtual book shelf plan only.
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